कदंब डेवलपमेंट एंड रिसर्च फाउंडेशन, बहरोड़ एक प्रतिष्ठित गैर-सरकारी संगठन (NGO) है, जो समाज के समग्र विकास के उद्देश्य से कार्यरत है। यह संस्था कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 8 के अंतर्गत पंजीकृत है, जिसका CIN नंबर U72200RJ2020APL096981 है। इसका मुख्य कार्यालय वार्ड नं. 13, मोहल्ला नैन सुख, पुरानी सब्जी मंडी, बहरोड़, जिला अलवर (राजस्थान) में स्थित है। यह संगठन ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, स्वच्छता, कृषि नवाचार, युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण, सांस्कृतिक संरक्षण और सामाजिक जागरूकता जैसे विविध क्षेत्रों में कार्य करता है।
"कदंबः विश्वासस्य मूलं, विकासस्य फलम्" अर्थात "कदंब विश्वास की जड़ है, और विकास उसका फल है" — इस संगठन का यह मूल मंत्र न केवल इसकी कार्यप्रणाली को दर्शाता है बल्कि समाज के प्रति इसकी निष्ठा और समर्पण को भी उजागर करता है। कदंब फाउंडेशन द्वारा समय-समय पर निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर, पर्यावरण संरक्षण अभियान, बालिकाओं की शिक्षा हेतु जागरूकता कार्यक्रम, ग्रामीण महिलाओं के लिए स्वरोजगार प्रशिक्षण, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन, और जरूरतमंद बच्चों को पुस्तक व पोषण सामग्री वितरण जैसे कार्य किए जाते हैं।
संगठन की एक अनूठी पहल "शारदा की कला" है, जिसके माध्यम से ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में छुपी प्रतिभाओं को मंच प्रदान किया जाता है। यह मंच बच्चों, महिलाओं और युवाओं को कला, संगीत, नृत्य, लेखन और थिएटर जैसे रचनात्मक क्षेत्रों में आगे बढ़ने का अवसर देता है। कदंब फाउंडेशन का उद्देश्य समाज में विश्वास और समरसता की भावना को प्रोत्साहित करना और एक ऐसा वातावरण बनाना है जहाँ हर व्यक्ति सम्मान और अवसर के साथ विकास कर सके। यह संस्था समाज सेवा को केवल एक कार्य नहीं, बल्कि एक दायित्व और आध्यात्मिक सेवा मानती है।
यदि आप भी समाज के निर्माण में भागीदार बनना चाहते हैं, तो कदंब डेवलपमेंट एंड रिसर्च फाउंडेशन से जुड़कर अपने योगदान से समाज में बदलाव ला सकते हैं।
Programme & Events“एक पेड़ लगाओ, कल बचाओ” अभियान के तहत अब तक 451+ कदम्ब वृक्ष लगाए गए।
दुर्घटना और गंभीर मरीजों को अस्पताल में उपचार, दवाइयाँ और आश्रय उपलब्ध कराना।
जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराना क्योंकि “भूख मिटाओ, खुशियाँ लाओ।”
बच्चों और युवाओं को शिक्षा, कला और हुनर सिखाकर आत्मनिर्भर बनाना।
महिलाओं को आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की राह दिखाना और स्वतंत्र पहचान बनाना।
“एक कदम्ब – पशु कल्याण की ओर” अभियान के तहत बेसहारा पशुओं को भोजन और देखभाल।